निम्मो-बाजगो


 

निम्मो-बाजगो पावर स्टेशन (3x15 मेगावाट) क्षमता की जल संचय वाली रन आफ द रिवर स्कीम है जो सिंधु नदी की जलविद्युत क्षमता का दोहन करती है । यह केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह जिले के अलची गाँव के पास स्थित है । इस पावर स्टेशन में 59 मीटर ऊंचा तथा 248 मीटर लम्बा कंक्रीट ग्रैविटी बांध है जिसमें 3.3 मीटर व्यास वाली एवं 63 मीटर लंबी 03 पेनस्टॉक हैं। 45 मेगावॉट की स्थापित क्षमता (15 मेगावाट की तीन इकाइयाँ) वाले इस सतही पावर हाउस की सभी तीन इकाईयों (प्रत्येक 15 मेगावाट क्षमता) को 34.77 मीटर के नेट रेटेड हैड पर संचालन तथा 90% डिपेंडेबल वर्ष में 95% मशीन उपलब्धता के साथ 239.33 मिलियन यूनिट्स विद्युत ऊर्जा उत्पादन के लिए डिज़ाइन किया गया है। पावर स्टेशन के यूनिट संख्या-I, II व III को क्रमशः जून 2013, जनवरी 2013 और अक्टूबर 2012 में कमीशन किया गया। पावर स्टेशन का क्षेत्र भारत के भूकंपीय ज़ोनिंग मानचित्र के जोन-IV में पड़ता है, जो बेहद भूकंपीय सक्रिय क्षेत्र है। लद्दाख क्षेत्र की जलवायु आर्कटिक तथा मरूस्थलीय जलवायु का मिश्रण है। इसलिए इसे एक "ठंडा मरूस्थल " कहा जाता है।


अवस्थिति आल्ची ग्राम, लेह, केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख
पहुँच मार्ग निकटतम रेल हैड: उधमपुर/जम्मू; निकटतम हवाई अड्डा: लेह/श्रीनगर
क्षमता 45 मेगावाट (3X 15 मेगावाट)
डिजाइन ऊर्जा 239.33 एमयू (90% डिपेंडेबल वर्ष में 95% मशीन की उपलब्धता के साथ)
वाणिज्यिक संचालन की तिथि (सीओडी) यूनिट#1: 10.10.2013; यूनिट #2: 10.10.2013; यूनिट #3: 10.10.2013