उद्देश्य
 
  • राष्ट्रीय आर्थिक नीति और केंद्र सरकार द्वारा समय-समय पर निर्धारित उद्देश्यों के अनुसरण में योजना, अन्‍वेषण, अनुसंधान, डिजाइन और प्रारंभिक, व्यवहार्यता तथा निश्चित परियोजना रिपोर्ट की तैयारी, पावर स्टेशनों और परियोजनाओं का निर्माण,उत्पादन, संचालन व अनुरक्षण, पावर स्टेशनों से उत्पादित विद्युत के ट्रांसमिशन, वितरण, व्यापार व बिक्री सहित भारत और विदेशों में पारंपरिक और गैर-पारंपरिक स्रोतों के माध्यम से अपने सभी पहलुओं में विद्युत उत्पादन की एकीकृत और कुशल विकास की योजना बनाना, इसको बढ़ावा देना एवं व्यवस्थित करना और सहमत मापदंडों के अनुसार राज्य सरकार के लिए पानी को छोडना और उसकी अन्य जरूरतों को पूरा करना।
     
  • विद्युत को समय पर और संचालित अंतर्राज्यीय आदान-प्रदान के लिए अंतर्राज्यीय पारेषण लाइनों और सहायक कार्यों, जहां आवश्यक हो, का निर्माण कार्य करना ।
     
  • अपनी सहायक कंपनियों की गतिविधियों का समन्वय करने के लिए, उनके आर्थिक व वित्तीय उद्देश्यों/ लक्ष्यों को निर्धारित करना और उनके दायित्‍व के अधीन सभी संसाधनों के इष्टतम उपयोग को सुरक्षित करने की दृष्टि से उनके कार्य निष्‍पादन की समीक्षा, नियंत्रण, मार्गदर्शन और दिशा-निदेश देना ।
     
  • सरकार/सार्वजनिक क्षेत्र के वित्तीय संस्थानों के एजेंट के रूप में कार्य करने के लिए योजना, अन्‍वेषण, अनुसंधान, डिजाइन और प्रारंभिक, व्यवहार्यता और निश्चित परियोजना रिपोर्ट की तैयारी, निर्माण, उत्पादन, संचालन, पावर स्टेशनों और परियोजनाओं का रखरखाव, ऐसी कंपनियों में वित्तीय निवेश और ऋण का अति प्रभावी उपयोग और संबंधित उद्योगों का अति कुशल विकास सुरक्षित करने की दृष्टि से सरकार, सार्वजनिक वित्तीय संस्थानों, राष्ट्रीयकृत बैंकों, राष्ट्रीयकृत बीमा कंपनियों द्वारा धारित किन्हीं शेयरों के संबंध में विद्युत का पारेषण, वितरण, व्यापार और बिक्री की तैयारी में लगी किसी भी कंपनी की किसी भी बैठक में प्रयोग करने योग्य सभी अधिकारों और शक्तियों का उपयोग करना।
     
  • खरीद, बिक्री, आयात, निर्यात, उत्पादन, व्यापार, विनिर्माण या अन्यथा योजना, अन्‍वेषण, अनुसंधान, डिजाइन और प्रारंभिक, व्यवहार्यता और निश्चित परियोजना रिपोर्ट की तैयारी, पावर स्टेशनों और परियोजनाओं का निर्माण, उत्पादन, संचालन और रखरखाव, विद्युत का पारेषण, वितरण और बिक्री, विद्युत विकास, जिसमें फॉरवर्ड, बैकवर्ड या हॉरिजॉन्टल इंटीग्रेशन एंसिलरी और अन्य संबद्ध उद्योग शामिल हैं और उस उद्देश्य के लिए सभी आवश्यक संयंत्रों, प्रतिष्ठानों और कार्यों को संस्थापित, संचालित और प्रबंधित करने के सभी पहलुओं पर कार्य करते हुए व्यवसाय को आगे बढ़ाना ।