इंदिरा सागर (JV)
इंदिरा सागर परियोजना मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में नर्मदा नदी पर निर्मित एक बहुउद्देशीय परियोजना है। इंदिरा सागर बांध की जलाशय क्षमता (रिजर्वायर कैपेसिटी) 12.22 बीएमसी है, जिसका पूर्ण जलाशय स्तर EL 262.13 मीटर है एवं 913 वर्ग किलोमीटर के जल फैलाव के साथ जलाशय सकल भंडारण की दृस्टि से वर्तमान में भारत का सबसे बड़ा जलाशय है। जल विद्युत का उत्पादन इस बहुउद्देशीय परियोजना के प्रमुख घटकों में से एक है और नर्मदा जल विवाद न्यायाधिकरण (एनडब्ल्यूडीटी) अवार्ड के अनुसार मध्यप्रदेश द्वारा जल के खपतपूर्ण उपयोग के अनुसार, चरणों में विद्युत लाभ की परिकल्पना की गई है। इंदिरा सागर पावर हाउस में 125 मेगावाट की 8 इकाइयों के साथ कुल स्थापित क्षमता 1000 मेगावाट है।
दिनांक 01.08.2000 को गठन के उपरान्त एनएचडीसी द्वारा इस परियोजना को यथास्थिति में मध्य प्रदेश सरकार से लिया गया। इस परियोजना को निर्धारित अवधि मई-2005 तक पूर्ण करने के लिए ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार ने पत्र दिनांक 28.03.2002 के द्वारा 4355.57 करोड़ रुपये(सितंबर 2000 मूल्य स्तर पर) परियोजना लागत के साथ भारत सरकार की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) की मंजूरी दी थी। परियोजना की अंतिम इकाई को 30.03.2005 को निर्धारित समय से पूर्व, 125 मेगावाट की पूर्ण क्षमता के विरूद्ध आंशिक 106.82 मेगावाट क्षमता के साथ जलाशय के क्रेस्ट लेवल स्तर EL 245.13 मीटर पर परिचालन में लाया गया। जलाशय स्तर EL 255.00 मीटर प्राप्त करने के पश्चात, पूर्ण स्थापित क्षमता 1000 मेगावाट का प्रदर्शन (एमसीआर) दिनांक 25.08.2005 को किया गया। तदनुसार केंद्रीय विद्युत विनियामक आयोग (सीईआरसी) ने विनियमन 2004 के अनुसार इस तिथि को प्रोजैक्ट सीओडी और सनसैट/कट-ऑफ डेट 31.03.2007 के रूप में स्वीकार किया है। सनसैट/कटऑफ डेट तक सीसीईए द्वारा स्वीकृत लागत 4355.57 करोड़ रुपए के विरूद्ध 4049.85 करोड़ रुपए पूंजीगत व्यय हुए हैं।
इस बहुउद्देशीय परियोजना का अन्य प्रमुख घटक सिंचाई है और इस परियोजना का नहर नेटवर्क प्रतिवर्ष लगभग 2.70 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचित करता है। बांधस्थल का कुल जलग्रहण क्षेत्र 61,642 वर्ग किलोमीटर है। विभिन्न इकाइयों की कमीशनिंग के बाद से दिसंबर, 2022 तक इंदिरा सागर पावर स्टेशन से संचयी विद्युत उत्पादन 46012.42 मिलियन यूनिट है जिसे रुपये 2.73/केडब्ल्युएच औसत यूनिट की दर से एकमात्र लाभार्थी गृह राज्य मध्यप्रदेश को बिक्री की गई।
दिनांक 01.08.2000 को गठन के उपरान्त एनएचडीसी द्वारा इस परियोजना को यथास्थिति में मध्य प्रदेश सरकार से लिया गया। इस परियोजना को निर्धारित अवधि मई-2005 तक पूर्ण करने के लिए ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार ने पत्र दिनांक 28.03.2002 के द्वारा 4355.57 करोड़ रुपये(सितंबर 2000 मूल्य स्तर पर) परियोजना लागत के साथ भारत सरकार की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) की मंजूरी दी थी। परियोजना की अंतिम इकाई को 30.03.2005 को निर्धारित समय से पूर्व, 125 मेगावाट की पूर्ण क्षमता के विरूद्ध आंशिक 106.82 मेगावाट क्षमता के साथ जलाशय के क्रेस्ट लेवल स्तर EL 245.13 मीटर पर परिचालन में लाया गया। जलाशय स्तर EL 255.00 मीटर प्राप्त करने के पश्चात, पूर्ण स्थापित क्षमता 1000 मेगावाट का प्रदर्शन (एमसीआर) दिनांक 25.08.2005 को किया गया। तदनुसार केंद्रीय विद्युत विनियामक आयोग (सीईआरसी) ने विनियमन 2004 के अनुसार इस तिथि को प्रोजैक्ट सीओडी और सनसैट/कट-ऑफ डेट 31.03.2007 के रूप में स्वीकार किया है। सनसैट/कटऑफ डेट तक सीसीईए द्वारा स्वीकृत लागत 4355.57 करोड़ रुपए के विरूद्ध 4049.85 करोड़ रुपए पूंजीगत व्यय हुए हैं।
इस बहुउद्देशीय परियोजना का अन्य प्रमुख घटक सिंचाई है और इस परियोजना का नहर नेटवर्क प्रतिवर्ष लगभग 2.70 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचित करता है। बांधस्थल का कुल जलग्रहण क्षेत्र 61,642 वर्ग किलोमीटर है। विभिन्न इकाइयों की कमीशनिंग के बाद से दिसंबर, 2022 तक इंदिरा सागर पावर स्टेशन से संचयी विद्युत उत्पादन 46012.42 मिलियन यूनिट है जिसे रुपये 2.73/केडब्ल्युएच औसत यूनिट की दर से एकमात्र लाभार्थी गृह राज्य मध्यप्रदेश को बिक्री की गई।
पहुँच मार्ग | Nearesrt Rail Head - Khandwa. |
अवस्थिति | Narmada Nagar Distt. Khadwa in Madhya Predesh |
क्षमता | 1000 MW (8 x 125 MW) |
डिजाइन ऊर्जा | 1980 MU (90% dependable year) |
वाणिज्यिक संचालन की तिथि (सीओडी) | May 2005 |
परियोजना लागत | Rs.4355.57 Crores (Unit I & III). |
बांध | |
प्रकार | कंक्रीट ग्रेविटी बांध |
ऊंचाई | 92 मीटर (सबसे गहरी नींव से ऊपर) |
लंबाई | 653 मीटर |
एचआरसी: | |
डिस्चार्ज कैपेसिटी | 2200 क्यूमैक्स |
लंबाई | 530 मीटर |
चौड़ाई | 75 मीटर |
टीआरसी | |
डिस्चार्ज कैपेसिटी | 2200 क्यूमैक्स |
लंबाई | 850 मीटर |
चौड़ाई | 30 मीटर |
पावर हाउस: | |
प्रकार | सतही |
क्षमता | 1000 मेगावाट (प्रत्येक 125 मेगावाट की 08 उत्पादन इकाइयां) |
टरबाइन | |
प्रकार | फ्रांसिस |
निर्धारित गति | 115.4 आरपीएम |
डिजाइन डिस्चार्ज / यूनिट | 229.5 क्यूमैक्स |
गाइड वेंस की संख्या: | 20 |
रेटेड हेड | 60 मीटर |
जेनरेटर: | |
रेटेड निरंतर आउटपुट | 138.8 एमवीए |
रेटेड वोल्टेज | 11 केवी |
पोल की संख्या | 52 |
जीएसयू ट्रांसफार्मर: | |
प्रकार | थ्री फेज़, स्टेप अप ट्रांसफॉर्मर |
वोल्टेज अनुपात | 11/400 केवी |
रेटेड एमवीए | 154 एमवीए |
शीतलन का प्रकार | ओडिडबल्यूएफ़ |
स्विचयार्ड: | |
प्रकार | ओपन टाइप स्विचयार्ड |
वोल्टेज स्तर | 400 केवी |
लाईनो की संख्या | 04 ट्रांसमिशन लाइन्स : 1. आइएसपी – नागदा (लाइन # 1) 2. आइएसपी – इंदौर -I (लाइन # 2) 3. आइएसपी – इंदौर -II (लाइन # 3) 4. आइएसपी – सारनी (लाइन # 4) |