बैरा सिउल



बैरास्यूल पावर स्टेशन हिमाचल प्रदेश में जल विद्युत संभाव्यता के दोहन के लिए उठाया गया एक प्रमुख कदम है। इस पावर स्टेशन को रावी नदी की तीन सहायक नदियों नामत: बैरा, स्यूल तथा भलेद के मिश्रित प्रवाह का उपयोग करते हुए रन-ऑफ-द-रिवर आधार पर विद्युत के उत्पादन के लिए परिकल्पित क‍िया गया है । पावर स्टेशन को वर्ष 1980 एवं 1981 में कमिशन किया गया था ।
वाणिज्यिक संचालन के 35 वर्षों के पूर्ण होने के उपरांत पावर स्टेशन के जीवन-विस्तार के लिए इसका नवीनीकरण और आधुनिकीकरण किया गया है। पावर स्टेशन का नवीनीकरण और आधुनिकीकरण का कार्य 31.08.2021 को सफलतापूर्वक पूरा किया गया। पावर स्टेशन की अवस्थिति, विशेषताएं और फोटो गैलरी का विवरण नीचे दिया गया है।


अवस्थिति जिला चम्बा, हिमाचल प्रदेश
पहुँच मार्ग निकटतम रेल संपर्क -पठानकोट 132 कि.मी.
क्षमता 180 मेगावाट (3x60 मेगावाट)
डिजाइन ऊर्जा 708.59 एमयू (90% निर्भरता वर्ष)
लाभार्थी राज्य/संघ राज्य क्षेत्र हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा एवं दिल्ली
वाणिज्यिक संचालन की तिथि (सीओडी) यूनिट# 1 – 01/04/1982; यूनिट # 2 – 01/04/1982; यूनिट # 3 – 01/04/1982

 
बांध: 
प्रकार
ऊंचाई
लंबाई
क्ले कोर रॉक फ़िल
53 मीटर
160 मीटर
एचआरटी: 
प्रकारहार्स शू
आकार5 मी. X 4.2 मी.
लंबाई7.63 किलोमीटर
टेल रेस चैनल 
प्रकारओपन चैनल
लंबाई48 मी
पावर हाउस: 
प्रकारसतह
क्षमता180 मेगावाट (60 मेगावाट की 3 इकाइयां)
टर्बाइन 
प्रकारफ्रांसिस
गति375 आरपीएम
डिस्चार्ज /यूनिट29 मी3/सेकंड
गाइड वेन की संख्या24
रेटेड हेड238.1 मी
जेनरेटर 
रेटेड सतत उत्पादन67 एमवीए
रेटेड वोल्टेज11 केवी
पोल की संख्या16
वोल्टेज अनुपात11 / 220/√3 केवी
रेटिंग25 एमवीए
कूलिंग का प्रकारODWF
स्विचयार्ड 
प्रकारAIS
वोल्टेज लेवल220 केवी
लाइनों की संख्यादो लाइनें
(बैरास्यूल–पोंग)
(बैरास्यूल -जस्सोर)