
डुगर हाइड्रोइलेक्ट्रिक परियोजना, हिमाचल प्रदेश में पांगी घाटी की चिनाब नदी पर प्रस्तावित एक रन-ऑफ-रिवर स्कीम है । चिनाब नदी हिमाचल प्रदेश में चंबा जिले की पांगी घाटी में भुजिन्द के समीप प्रवेश करती है एवं जिले को, कश्मीर की पद्दर घाटी में प्रवेश करने के लिए, संसारी नाले पर छोड़ती है । चिनाब बेसिन में रनऑफ के स्रोत वारिश एवं हिमगलन दोनों हैं । चिनाब सिंधु नदी प्रणाली का उप-बेसिन है ।
डुगर हाइड्रोइलेक्ट्रिक परियोजनाएक ग्रीन-फील्ड प्रोजेक्ट है तथा परियोजना स्थल अपस्ट्रीम में (हिमाचल प्रदेश) सचखास हाइड्रोइलेक्ट्रिक परियोजना(२६७ मेगावाट) तथा डाउनस्ट्रीम में (जम्मू एवं कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश) किरथाई चरण-१ हाइड्रोइलेक्ट्रिक परियोजना(३९० मेगावाट) के मध्य स्थित है ।
वर्तमान स्थिति):
(समझौता ज्ञापन / अनुबंध):
- हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ शिमला में 25.09.2019 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए ।
- एनएचपीसी ने दिनांक 26.08.2022 को हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ कार्यान्वयन समझौते पर हस्ताक्षर किए ।
- रक्षा मंत्रालय द्वारा 18.11.2020 को रक्षा मंजूरी जारी की गई ।
- केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (CEA) ने 26.04.2022 को 4.46 रुपये प्रति यूनिट के Levellised Tariff के साथ 4250.20 करोड़ रुपये की पूर्ण लागत पर परियोजना को सहमति प्रदान की ।
- Indus Water Treaty की मंजूरी दिनांक 01.05.2023 को दी गई ।
Environment Clearance (पर्यावरण मंजूरी):
Expert Appraisal Committee (ईएसी) ने दिनांक 06.09.2022 के समझौता ज्ञापन के तहत Developer द्वारा (Forest Clearance -I) प्रस्तुत किए जाने की शर्त पर Environment Clearance प्रदान करने के लिए परियोजना की सिफारिश की थी ।
Forest Clearance (वन मंजूरी):
Forest Advisory Committee (एफएसी) ने दिनांक 21.08.2023 की अपनी बैठक में डूगर जल विद्युत परियोजना के वन प्रस्ताव पर चर्चा और कुछ टिप्पणियां कीं । MoM दिनांक 31.08.2023 को जारी किया गया । राज्य सरकार द्वारा इसके अनुपालन की प्रक्रिया चल रही है।
Investment Approval (निवेश की मंजूरी):
परियोजना के कार्यान्वयन के लिए Investment Approval प्राप्त करने वाले PIB प्रस्ताव को EC, FC-I और FC-II के समझौते के बाद तैयार और प्रस्तुत किया जाएगा ।
विशेषता नाम | विवरण |
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अवस्थिति | लुज गाँव, किल्लार शहर, चंबा जिला, हिमाचल प्रदेश |
पहुँच मार्ग | निकटतम रेल हेड: ऊधमपुर (जे&के) – 270 किलोमीटर पठानकोट (पंजाब) – 274 किलोमीटर निकटतम एयरपोर्ट: पठानकोट (पंजाब) – 274 किलोमीटर भुंतर (हि. प्र.) – 329 किलोमीटर |
क्षमता | 500 मेगावाट (4x 103 मेगावाट + 2x 44 मेगावाट) |
डिजाइन ऊर्जा | 1759.85 मिलियन यूनिट (90% आश्रित वर्ष में 95% मशीन उपलब्धता के साथ) |
वाणिज्यिक संचालन की तिथि (सीओडी) | भारत सरकार द्वारा निवेश मंजूरी प्रदान किए जाने की तारीख से 74 महीने |
अनुमानित परियोजना लागत | 4250.20 करोड़ रुपए (CEA concurred cost at completion) |
नदी | चिनाब |
डाइवर्सन स्ट्रक्चर : | : | नींव की अधिकतम गहराई स्तर से 128 मी. ऊँचा कंक्रीट ग्रेविटी बांध |
प्रैशर शाफ्ट: | : | मुख्य यूनिट के लिए –2 नग, 7.25 मीटर व्यास तथा 312.4 / 272.7 मीटर लंबाई सहायक यूनिट के लिए – 1 नग 5.10 मीटर व्यास तथा 251.70 मीटर लंबाई |
पावर हाउस: | : | भूमिगत, कैवर्न आकार – 164.50 मी. (लं.) x22 मी. (चौ.) x46.70 मी. (ऊं.) 4 मुख्य यूनिट्स प्रत्येक 103 मेगावाट की एवं 2 सहायक यूनिट्सप्रत्येक 44 मेगावाट की |
टेलरेस टनल: | : | मुख्य यूनिटस के लिए 12.10 मीटर व्यास व 400 मीटर लंबी एक टनल तथा सहायक यूनिट के लिए 6.20 मीटर व्यास व 168 मीटर लंबी 1 टनल |
टेलरेस सर्ज कैवर्न | : | आकार 81.80 मी. (लं.) x10.80 मी. (चौ.) x 47.85 मी. (ऊं.) |