श्री राजेन्द्र प्रसाद गोयलअध्यक्ष व प्रबंध निदेशक एवं
निदेशक (वित्त)
डीआईएन : 08645380

श्री राजेंद्र प्रसाद गोयल (58 वर्ष), 1 मार्च, 2024 से अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं और 1 अक्टूबर, 2020 से निदेशक (वित्त) के रूप में कार्यरत हैं। वह कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी के रूप में भी कार्यरत हैं।
 
श्री गोयल ने एनएचपीसी में अपना करियर 18 नवंबर, 1988 को जम्मू-कश्मीर के सलाल पावर स्टेशन में वरिष्ठ लेखाकार के रूप में शुरू किया था। उसके बाद से  उन्होंने चमेरा-I परियोजना, दुलहस्ती परियोजना, जम्मू में क्षेत्रीय कार्यालय और फरीदाबाद में कॉर्पोरेट कार्यालय सहित विभिन्न परियोजनाओं और कार्यालयों में विभिन्न क्षमताओं में काम किया है।  निदेशक (वित्त) बनने से पहले, वह मुख्य महाप्रबंधक (वित्त) थे, जो कॉर्पोरेट खातों और नीति, कराधान, कोषागार, स्थापना और निवेशक संबंधों की देखरेख करते थे।
 
अपनी वर्तमान भूमिकाओं के अलावा, श्री गोयल ने लैंको तीस्ता हाइड्रो पावर लिमिटेड, जलपावर कॉरपोरेशन लिमिटेड, एनएचपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (एनएचपीसी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियां), बुंदेलखंड सौर ऊर्जा लिमिटेड, लोकतक डाऊनस्ट्रीम हाइड्रोइलेक्ट्रिक कॉरपोरेशन लिमिटेड और एनएचडीसी लिमिटेड (एनएचपीसी की सहायक कंपनियां) के बोर्ड के अध्यक्ष हैं।  वह चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स लिमिटेड और रतले हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचपीसी और जेकेएसपीडीसीएल का एक संयुक्त उद्यम) के बोर्ड में एक नामित निदेशक हैं।  श्री गोयल स्टैंडिंग कॉन्फ्रेंस ऑफ पब्लिक एंटरप्राइजेज (SCOPE), नई दिल्ली के कार्यकारी बोर्ड के सदस्य भी हैं।
 
 इसके अलावा, श्री गोयल को राष्ट्रीय विद्युत प्रशिक्षण संस्थान (NPTI), फरीदाबाद में निदेशक (वित्त) का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं ।
 
श्री गोयल इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के एसोसिएट सदस्य हैं और उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर से वाणिज्य में मास्टर डिग्री उपाधि प्राप्त की है।  एनएचपीसी लिमिटेड में 34 वर्षों से अधिक के अनुभव के साथ, उनके पास वित्त में व्यापक विशेषज्ञता, विशेष रूप से हाइड्रो परियोजना निर्माण और संचालन के वित्तीय, संविदात्मक और विनियामक पहलुओं में है।  उनके नेतृत्व, कार्य नैतिकता और व्यावसायिकता को व्यापक रूप से मान्यता दी जाती है।
 
एनएचपीसी में अपने पूरे करियर के दौरान, श्री गोयल अपनी जिम्मेदारी की भावना, नैतिक मानकों और समर्पण के कारण रैंक के माध्यम से आगे बढ़े हैं। उन्होंने खुद को एक असाधारण वित्त पेशेवर के रूप में स्थापित किया है और एनएचपीसी के निरंतर विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।