श्री राजीव कुमार विश्नोई
(56 वर्ष)
श्री राजीव कुमार विश्नोई (55 वर्ष) ने 13 दिसंबर, 2022 को एनएचपीसी लिमिटेड के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त प्रभार ग्रहण किया है। श्री राजीव कुमार विश्नोई के पास जलविद्युत परियोजना संरचनाओं के डिजाइन, इंजीनियरिंग और निर्माण के क्षेत्र में 35 वर्षों से अधिक का व्यापक और प्रचुर अनुभव है। आपने वर्ष 1989 में टीएचडीसीआईएल में अभियंता के स्तर से सेवा की शुरुआत की और विभिन्न पदों का दायित्व निभाते हुए वर्ष 2013 में महाप्रबंधक के स्तर तक पहुंचे और उसके बाद वर्ष 2016 में आप कार्यपालक निदेशक के पद पर पदोन्नत हुए। डिज़ाइन विभाग का नेतृत्व करने के साथ-साथ आपने विष्णुगाड-पीपलकोटी हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (वीपीएचईपी) 444 मेगावाट के कार्यपालक निदेशक का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला। टिहरी, कोटेश्वर और विष्णुगाड-पीपलकोटी जलविद्युत परियोजनाओं में कार्य करने के दौरान आपने कई प्रतिष्ठित उपलब्धियां हासिल की हैं ।
श्री विश्नोई बिट्स पिलानी से सिविल इंजीनियरिंग में ऑनर्स स्नातक हैं तथा आपने एमबीए की डिग्री भी प्राप्त की है। इसके साथ ही रूस के स्टेट विश्वविद्यालय, मास्को से हाइड्रोलिक संरचनाओं और जलविद्युत निर्माणों के डिजाइन और निर्माण के क्षेत्र में भी व्यावसायिक उन्नयन कार्यक्रम पूरा किया है। आपने एसडीए बेकोनी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, इटली से संबद्ध एएससीआई, हैदराबाद के लीडिंग स्ट्रेटजिक चेंज के एडवांस्ड मैनेजमेंट प्रोग्राम में भी भाग लिया है।
आपने विश्व बैंक मुख्यालय, वाशिंगटन (यूएसए) के निमंत्रण पर विभिन्न वार्ताओं के दौरान संविदा के संबंध में दिशा-निर्देश तैयार करने और विचार-विमर्श करने के लिए विश्व बैंक विशेषज्ञ समूह के सदस्य के रूप में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वर्तमान में आप बांधों की भूकंपीय सुरक्षा पर बड़े बांधों की तकनीकी समिति के अंतर्राष्ट्रीय आयोग में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
आपने स्पोकेन (यूएस), वाशिंगटन डीसी (यूएस), सेंट्स पीटर्सबर्ग (रूस), चेंगदू (चीन), बीजिंग (चीन), पोर्टो कैरस (ग्रीस), एंटाल्या (तुर्की) ,ओटावा (कनाडा), सिंगापुर और नेपाल जैसे कई देशों में मुख्य वक्ता के तौर पर उल्लेखनीय व्याख्यान दिए हैं।
वर्तमान में, श्री विश्नोई टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक का प्रभार भी संभाल रहे हैं और आपके पास नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कार्पोरेशन लिमिटेड (नीपको) के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक एवं निदेशक (तकनीकी) के पदों का अतिरिक्त प्रभार है।